"आज दिल में इक हल्की सी चुभन है,
यह आहट है किसी खुशनुमा एहसास की,
या खवाब कोई टूटने को है,
हैं खामोश मेरी सांसों का शोर आज,
या हवा में आज नमी है कम,
इक अजीब सी कशमश में है मन,
कभी उड़ता है उन्मुक्त गगन में,
कभी घुटन है बन्द कोनों में कहीं,
कभी सोचता है के अब न आएगा कोई,
कभी आते जाते सब को देखता है यह,
आज धड़कन की भी न सुनता है मेरी
यह,
कल धड़कता था उसकी याद में हर पल
यह,
आज तो हाल यह है के तलाश ए सुकून
की तलाश में भटकता है,
जाने किस गली किस मोड़ पर मिले
चैन मेरे इस दिल को...."
© !!!!!!!!! सुनील कुमार !!!!!!!!!! 16-03-2013.
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