"रंगों का त्यौहार है होली,
हर घर का त्यौहार
है होली,
रंगों की यह बहार
है होली,
सब जन की यह खास
है होली,
हर रंग में कुछ
खास है होली,
मन की यह उल्लास
है होली,
गोपियों के संग
कान्ह मनाए,
इसलिए भी यह खास
है होली,
हर प्रदेश ही
अपनी है होली,
पर ब्रज की तो कुछ
खास है होली,
कहीं तो यह बस आम
है होली,
कहीं तो यह लठ
मार है होली,
भाभी के संग देवर
खेले,
बच्चों के संग
बूढ़े खेलें,
रिशतों की यह
मिठास होली,
एेसा यह त्यैहार
है होली,
रंगों के इस खेल
में,
रंग भेद न रहे
कोई,
यही प्रार्थना, यही दुआ, यही मेरी अरदास
है होली..."
© !!!!!!!!! सुनील कुमार !!!!!!!!! 27-03-2013.
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